पॉलिटिकल

कांग्रेस की पदयात्रा… सभी मंत्रियों ने संभाली अपने-अपने क्षेत्र में पदयात्रा की कमान…बरसते पानी में नेता-मंत्री निकले…..

रायपुर 9 अगस्त 2022। कांग्रेस ने आज प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आजादी की गौरव यात्रा के नाम से पदयात्रा शुरू की। पार्टी के सभी पदाधिकारी आज अलग-अलग क्षेत्रों में पदयात्रा करते हुए पहुंचे। पार्टी की तरफ से जिम्मेदारियों का बंटवारा पहले ही कर दिया था। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव उत्तर छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर विधानसभा में तिरंगा लेकर सूखे के संकट से जूझ रहे खेतों में पहुंचे। वहीं सुदूर दक्षिण में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बरसते पानी के बीच कोंडागांव में पदयात्रा निकाली।

ताम्रध्वज साहू ने दुर्ग ग्रामीण, रविन्द्र चौबे ने साजा, डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आरंग, मोहम्मद अकबर ने कवर्धा, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रतापपुर, कवासी लखमा ने कोंटा, अमरजीत भगत ने सीतापुर, उमेश पटेल ने खरसिया, जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा, अनिला भेड़िया ने डोंडी-लोहारा और गुरु रुद्र कुमार को अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा की।

इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार हाथों में तिरंगा लिए, महात्मा गांधी की जय, जवाहरलाल नेहरु की जय, अमर शहीदों की जय का नारा लगाते हुए पदयात्रा की। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की यात्रा देवगढ़- मंदिर से भदवाही, खमरीया, रीखी, सलका, पलका, सोनतराई, मिरगाडाड़ होते हुए 22 किलोमीटर की दूरी तय करके उदयपुर पहुंचनी है। सिंहदेव ने सूखा प्रभावित खेतों में जाकर वहां के हालात देखे, किसानों से चर्चा कर मदद का भरोसा दिलाया।

उधर कोण्डागांव के विधायक और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने स्थानीय शीतला माता मंदिर में पूजा अर्चना कर आजादी की गौरव यात्रा की शुरुआत की। हाथों में तिरंगा लिए सैकड़ों पदयात्री मुख्य मार्ग से संबलपुर के लिए रवाना हुए। रायपुर पश्चिम से कांग्रेस के अलग-अलग ब्लॉक अध्यक्षों, शहर कांग्रेस अध्यक्ष आदि की अगुवाई में प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभातफेरी की शुरुआत संत रविदास वार्ड से हुई। स्थानीय विधायक विकास उपाध्याय ने वहां प्रत्येक दिन प्रभात फेरी निकालने की योजना बनाई है। रायपुर की दक्षिण विधानसभा में नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे की अगुवाई में प्रभात फेरी निकाली गई। उत्तर में कुलदीप जुनेजा ने पदयात्रा निकाली। कांग्रेस की योजना में यह पदयात्रा 75 किमी की होनी है। शहरी विधानसभा क्षेत्रों में ऐसा कोई रूट चार्ट ही नहीं बन पा रहा है जिसमें 75 किमी की पदयात्रा हो पाए।

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