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CBSE ALERT: सीबीएसई पेपर लीक पर सख्त हुआ बोर्ड! पेपर लीक की झूठी खबरें फैलाने वाले जाएंगे जेल, बोर्ड ने जारी किया नोटिस….

CBSE ALERT: सीबीएसई बोर्ड ने फिर एक बार छात्रों के लिए अफवाहों से दूर रहने को लेकर जनहित में बड़ा अलर्ट जारी किया है. सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के बारे में अफवाहों और फर्जी सूचनाओं के खिलाफ बोर्ड ने आगाह करते हुए कहा है कि छात्र किसी भी तरह के भुलावे में न आकर आसामाजिक तत्वों को पैसा न दें.

बता दें कि सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं इस वर्ष के लिए शुरू हो गई हैं. परीक्षाएं 5 अप्रैल, 2023 तक जारी रहेंगी. बोर्ड ने परीक्षाओं के सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कुछ असामाजिक तत्व नियमित रूप से पेपर लीक होने की अफवाह यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैला रहे हैं. इन प्लेटफॉर्म पर साल 2023 परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों तक पहुंच का दावा कर रहे हैं. यह व्यक्ति, समूह और एजेंसियां भोले-भाले छात्रों और अभिभावकों को लूटने का इरादा रखते हैं और बदले में पैसे की मांग करते हैं. इस तरह की गैरजिम्मेदार गतिविधियां छात्रों तथा जनता में भ्रम और दहशत पैदा करती हैं.

बिहार बोर्ड परीक्षा के दौरान कई पेपर लीक होने की खबरें आई थीं. फिर यूपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में भी यही हुआ (CBSE Board Exam 2023). केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने फेक न्यूज और पेपर लीक की घटनाओं पर सख्त एक्शन लेने का निर्णय लिया है.

फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीबीएसई बोर्ड पेपर लीक होने की खबरें आती रहती हैं. ऐसे में सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं-12वीं के स्टूडेंट्स को आगाह किया है कि वे फेक न्यूज पर भरोसा न करें (CBSE Board Fake News). सिर्फ यही नहीं, फेक न्यूज फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ बोर्ड सख्त एक्शन लेने की तैयारी में है.

फेक न्यूज पर हो सकती है जेल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए काफी सतर्क है. CBSE के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा (एमएसी) को आईपीसी और आईटी अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके फर्जी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए सूचित किया जाता है.

लग सकती है IPC की धारा
सीबीएसई बोर्ड ने स्पष्ट कहा है कि अगर कोई छात्र पेपर लीक होने या किसी भी तरह की फर्जी खबर फैलाते हुए पाए जाते हैं तो इसका साफ मतलब है कि वे अनुचित तरीकों से अभ्यास कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी (IPC Dhara). साथ ही उन्हें जेल भी भेजा जा सकता है.

वेबसाइट पर चेक करें सही जानकारी
सीबीएसई बोर्ड सैंपल पेपर (CBSE Board Sample Papers), एग्जाम पैटर्न या मार्किंग स्कीम चेक करने के लिए स्टूडेंट्स को ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर विजिट करने की सलाह दी जाती है (CBSE Board Website). इसके अलावा किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य वेबसाइट पर जारी होने वाली सूचना पर भरोसा न करें.

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