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CG कोरोना गाइडलाइन : समाजिक आयोजन के लिए अब लेनी होगी अनुमति… होटल, थियेटर व सार्वजनिक स्थानों में अब सिर्फ 33 प्रतिशत ही लोगों को इजाजत…

रायपुर, 30 दिसम्बर 2021। कोरोना के खतरे ने प्रदेश ने हड़कंप मचा दिया है। राज्य में कोरोना के मद्देनजर सतर्कता और तैयारियों के निर्देश जारी कर दिये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के बढ़ते हुए प्रकरणों की रोकथाम और ओमीक्रॉन वायरस के कारण आने वाली तीसरी लहर की भयावहता से निपटने के लिए आज मुख्य सचिव  अमिताभ जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त संभागायुक्त, समस्त कलेक्टर और समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में निर्देशित किया कि राज्य में कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी से ही युद्ध स्तर पर सभी जरूरी तैयारियां प्रारंभ कर दी जाए। साथ ही जिलों को उपलब्ध कराए गए समस्त चिकित्सकीय उपकरणों-संसाधनों की कार्यशीलता की जांच आगामी दो दिनों के भीतर कर ली जाए। कोविड संबंधी व्यवहार जैसे मास्क-सेनेटाइजर के उपयोग सहित सोशल डिस्टेसिंग के नियम का कड़ाई से पालन हो।

मुख्य सचिव श्री जैन ने निर्देशित किया कि सार्वजनिक स्थान जैसे-हॉटल, सिनेमा हॉल थियेटर आदि 33 प्रतिशत बैठक क्षमता के साथ ही संचालित होंगे। सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन के पूर्व जिला दंडाधिकारी की अनुमति जरूरी होगी। श्री जैन ने कलेक्टरों से कहा है कि संक्रमण के दूसरे लहर के दौरान आयी कठिनाईयों को ध्यान में रखते हुए तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी जरूरी उपाय अभी से ही प्रारंभ कर दिए जाए। उन्होंने ने अवगत कराया कि ओमीक्रॉन वायरस का फैलाव अधिक तेजी से होता है। जिसके कारण संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ती है। इसके रोकथाम के लिए टेस्ट की संख्या को बढ़ाना जरूरी है। कोरोना संक्रमण पाजीटिव पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के साथ ही उसके सभी प्राथमिक सम्पर्क को अनिवार्य रूप से उनके घर में ही क्वारेंटिन किया जाना चाहिए। इसके साथ ही सभी लोगों की जांच की प्रकिया भी की जानी चाहिए।

किसी गांव अथवा वार्ड में एक भी व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आता है तो उस पूरे गांव अथवा वार्ड को कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित किया जाना है। जिलों में कोरोना संक्रमण से प्रभावितों में से पांच प्रतिशत लोगों का जिनोम सिक्वेंसींग अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए है। सर्दी-खांसी के मरीजों का संक्रमण जांच किया जाना चाहिए। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश जैसे अन्य स्थान जहां संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, वहां से व्यावसायिक कारणों से छत्तीसगढ़ आने वाले लोगों की सूचना रखी जाएगी और उनकी जांच भी अनिवार्य रूप से की जाएगी। प्रत्येक गली-मोहल्लों में पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी द्वारा गस्त की जाए और मास्क का उपयोग सुनिश्चित कराया जाए।

मुख्य सचिव श्री जैन ने जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना करने के निर्देश दिए है। श्री जैन ने अफवाहों पर नियंत्रण के लिए नियमित रूप से मीडिया के माध्यम से कोविड के संक्रमण कंटेनमेंट जोन, होम आईसोलेशन, टेस्टिंग, टेªसिंग एवं अन्य जानकारियों का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए है। जिलों में संचालित हो रहे सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में बिस्तरों की पर्याप्त संख्या की जानकारी निर्धारित सॉफ्टवेयर में नियमित रूप दर्शाए जाने के निर्देश उन्होंने दिए है। सभी हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों में तीन जनवरी से शिविर लगाकर 15 से 18 साल के स्कूली बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। बच्चों को को-वेक्सीन के टीके लगाए जाएंगे। मुख्य सचिव ने इस संबंध में सभी तैयारियों पूरी करने के निर्देश दिए है। चिकित्सा कर्मियों, फ्रंट लाईन वर्कर को अनिवार्य रूप से बूस्टर डोज लगाने के निर्देश दिए गए है।

बैठक में बताया गया कि बलरामपुर जिले में आयोजित होने वाले तातापानी महोत्सव के आयोजन की अनुमति कोविड के बढ़ते प्रकरणों को ध्यान में रखते हुए नहीं दी जाएगी। रायगढ़ जिले के कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि नववर्ष में जिले में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों-पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बैठक में अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू और प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आलोक शुक्ला और मिशन संचालक सुश्री प्रियंका शुक्ला उपस्थित थे।

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