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कलेक्टर विनीत नंदनवार ने किसानों के बीच जाकर पूछी उनकी समस्या…धान खरीदी व्यवस्था के बारे में ली जानकारी…

दन्तेवाड़ा, 07 दिसम्बर 2022। कलेक्टर विनीत नंदनवार आज दंतेवाड़ा विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बालूद धान खरीदी केंद्र का औचक निरीक्षण कर धान खरीदी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने इस मौके पर धान बेचने आए किसानों से चर्चा कर धान खरीदी सुविधाओं के बारे में पूछा।

कलेक्टर के द्वारा पूछे जाने पर बालूद किसान श्री दामुराम ने बताया कि उनके पास डेढ़ एकड़ जमीन है। जिसमें वे फसल लेते है। उन्होंने भुगतान के सबंध में भी पूछा। इसी तरह उन्होंने एफआरए पटाधारी कुम्हाररास के किसान श्री रामसिंह से चर्चा की। किसान रामसिंह ने कलेक्टर को बताया कि वन अधिकार पट्टा मिलने से उन्हें लाभ मिल रहा है। इसी तरह अन्य किसानों के द्वारा खरीदी केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में संतोष व्यक्त किया गया।

कलेक्टर ने किसानों से धान की तौलाई, भुगतान की स्थिति और सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री नंदनवार ने निरीक्षण के दौरान संबंधितों को निर्देश दिए कि उपार्जन केंद्रों में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जाए साथ ही धान खरीदी का सुचारू रूप से संचालन करने निर्देश दिए। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों से अब तक की धान की कुल खरीदी एवं बारदाने की उपलब्धता आदि के संबंध में जानकारी ली।

उन्होंने किसानों के द्वारा अपने धान की बिक्री हेतु अब तक कराए गए कुल ऑनलाइन पंजीयन के संबंध में भी जानकारी ली। गौरतलब है कि दंतेवाड़ा जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कुल 13 केन्द्र बनाए गए हैं। दंतेवाड़ा के बालूद केंद्र में अब तक किसानों द्वारा 1787 क्विंटल धान की बिक्री की गयी है।

जिले में अब तक 6775 क्विंटल धान का उपार्जन किया गया है, उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की मंशानुसार 1 नवम्बर 2022 से धान तिहार की शुरुआत की गई है। जहां समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ हो चुकी है। शासन द्वारा धान का समर्थन मूल्य धान सामान्य 2040/- रू. प्रति क्विंटल तथा धान ग्रेड -ए 2060/-रु. प्रति क्विंटल पर खरीदी की जा रही है। राज्य शासन द्वारा किसानों की सुविधा के लिए इस वर्ष से टोकन तुंहर हाथ एप का शुभारंभ किया गया है।

जिससे किसान ऑनलाइन पंजीकरण कर बिना कतार में लगे अपना फसल बेच रहे है। उपार्जन केन्द्रों में लघु एवं सीमांत किसानों को प्राथमिकता के आधार पर टोकन दिया जा रहा है। अब बिना असुविधा के किसानों के खाते 48 घंटे के भीतर भुगतान किया जा रहा है।

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