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अंतिम संस्कार करना है? तो देनी पड़ेगी पांच लोगों की आईडी… नगर निगम का नया फरमान

जयपुर 12 मार्च 2023 मोनालिसा मर्डर मिस्ट्री राजस्थान समेत पूरे बीकानेर में चर्चा का विषय बना हुआ है, अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है, जयपुर नगर निगम कमिश्नर ने आदेश जारी किए हैं, मृतक की आईडी के साथ 5 अन्य लोगों की भी आईडी देनी जरूरी है.

ये वे 5 लोग होंगे जो मृतक के अंतिम क्रियाकर्म में शामिल हो. जयपुर नगर निगम ने इस संबंध में बीकानेर के चर्चित मोनालिसा हत्याकांड के बाद आदेश जारी किए गए है. इसके लिए पिछले दिनों बीकानेर के एडिशनल एसपी ने जयपुर प्रशासन को लिखे एक पत्र में जिक्र किया कि कोई भी अपराधी किसी की भी हत्या करके उसका किसी भी श्मशान घाट में दाह संस्कार कर दे तो उसका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं होता है, जिससे प्रकरण का अनुसंधान भी प्रभावित होता है.


जयपुर नगर निगम हेरिटेज ने 8 मार्च को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। ये आदेश बीकानेर के चर्चित मोनालिसा हत्याकांड के बाद जारी किए गए हैं। इसके लिए पिछले दिनों बीकानेर के एडिशनल एसपी अमित कुमार ने जयपुर कलेक्टर को लेटर भी लिखा था।

नगर निगम जयपुर हेरिटेज के कमिश्नर विश्राम मीणा ने बताया कि जयपुर शहर में संचालित श्मशान और कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के बाद कई मृतकों का रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। इससे गलत काम और मृतकों की सही जानकारी नहीं मिल पाती है। इसके अलावा यहां लकड़ी बेचने या अन्य क्रियाकर्म का सामान बेचने वालों का भी रिकॉर्ड नहीं रखा जाता।

उन्होंने बताया कि अब अंतिम संस्कार के लिए लाए जाने वाले मृतक व्यक्ति की पहचान के लिए उसकी आईडी के साथ ही अंत्येष्टि में शामिल होने वाले कम से कम 5 लोगों की आईडी देना जरूरी होगा।
आदेश में ये पांच पॉइंट अहम

नगर निगम जयपुर हेरिटेज की ओर से संचालित सभी श्मशान घाटों मे अंतिम संस्कार का पूर्ण रिकाॅर्ड बनाया जाए।


श्मशान घाट में काम करने वाले, लकड़ी बेचने वाले, अंतिम संस्कार करवाने वाले, दाह संस्कार से संबंधित अन्य सामग्री बेचने वाले के द्वारा भी रिकाॅर्ड नहीं बनाया जाता है। इनके द्वारा भी दाह संस्कार सामग्री लेने वाले का रिकाॅर्ड रखा जाए।


श्मशान घाट में जितने भी लोगों का अंतिम संस्कार होता है। मृतक की पहचान सुनिश्चित होने के बाद दाह संस्कार किया जाए।


अंत्येष्टि में शामिल कम से कम 5 लोगों के पहचान संबंधी डॉक्यूमेंट लेकर रिकाॅर्ड लिया जाए।


दाह संस्कार से संबंधित रिकाॅर्ड हर महीने नगर निगम में जमा करवाया जाए।


मामले के फ्लैशबैक में जाए तो बीकानेर की रहने वाली मोनालिसा की फरवरी 2021 में उसके प्रेमी भवानी सिंह ने जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक फ्लैट में हत्या कर दी थी. हत्या के बाद भवानी सिंह ने मोनालिसा के शव का दाह संस्कार अजमेर रोड स्थित सोडाला चुंगी स्थित शमशान घाट में कर दिया. हत्या के बाद प्रेमी ने मोनालिसा के परिजनों को कहा था कि उसकी मौत कोविड के कारण हो गई थी. जिसके कारण उसका जयपुर में दाह संस्कार जयपुर मोक्षधाम में ही करना पड़ा.

पुलिस अनुसंधान के दौरान शमशान घाट से जब दिनांक 5 फरवरी 2021 को किए गए दाह संस्कार का रिकॉर्ड प्राप्त मांगा गया, तो उनके पास दाह संस्कार के संबंध में कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था. जिससे यह पाया गया कि कोई भी अपराधी किसी की भी हत्या करके उसका नगर निगम द्वारा संचालित किसी भी शमशान घाट में दाह संस्कार कर दे तो उसका रिकॉर्ड ही उपलब्ध नही होता है. जिससे प्रकरण का अनुसंधान भी प्रभावित होता है. इसके बाद परिजनों को जब शक हुआ तो उन्होंने इसको लेकर साल 2022 में इस्तगासे के जरिए बीकानेर में हत्या का केस दर्ज कराया.

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