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मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना,49 लाख से ज्यादा लोगों को घर-घर जाकर इलाज की सुविधा

रायपुर 22 मई 2023 प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा और विजन का ही नतीजा है कि आज छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्र के स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों को मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए फ्री में उपचार की सुविधा दी जा रही है. इस योजना के माध्यम से अब तक 49 लाख से ज्यादा लोगों को इलाज की सुविधा मिली चुकी है.

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण और दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है.

इस तरह दी जा रही सुविधा-

इस योजना के माध्यम से अब तक करीब 13 लाख मरीजों का पैथालॉजी टेस्ट किया जा चुका है. साथ ही 42 लाख से ज्यादा मरीजों को फ्री दवाएं भी दी गई हैं. नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित इस योजना में अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में उपचार के लिए करीब 65 हजार कैम्प लगाएं जा चुके हैं

इस तरह हुई योजना की शुरुआत-

राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी. इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार और दवा वितरण की शुरूआत की गई थी. 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया. जिससे शहरी क्षेत्र के गरीबों और जरूरतमंद लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो पाया है

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत पात्र व्यक्ति को मिलते हैं ये लाभ-

स्लम इलाकों में रहने वाले नागरिकों का इलाज और मेडिकल टेस्ट मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से किया जाता है. स्लम इलाकों में रहने वाले लोगों को न सिर्फ फ्री चिकित्सा मुहैया कराई जाती है बल्कि दवाई और जांच के साथ सम्पूर्ण उपचार भी किया जाता है

इस तरह होता है योजना का संचालन-

छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरुआत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा की गई है. छत्तीसगढ के नगरीय प्रशासन और विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का संचालन किया जा रहा है. इस योजना के जरिये निचले इलाके के गली-मोहल्लों तक घर पहुंच और मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जा रहा है

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के लिए ये हैं पात्र-

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का लाभ लेने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य का स्थायी निवासी होना जरूरी है. आवेदक का स्लम इलाके में रहने वाला नागरिक होना जरूरी है

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य-

स्लम क्षेत्र में रहने वाले लोगो को गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श, जांच, उपचार और दवाइयां उपलब्ध कराना है. योजना का उद्देश्य शहरी गरीब वर्ग को घर पहुंच, गुणवत्तापूर्ण और मुफ्त स्वस्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है

योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी दस्तावेज-

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ होना अनिवार्य है-

आधार कार्ड
राशन कार्ड
आय प्रमाण पत्र
मूल निवास प्रमाण पत्र
पासपोर्ट साइज फोटो
रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर

हालांकि मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत लाभ लेने की कोई भी आवेदन करने की प्रक्रिया नहीं है. प्रदेश के सभी नागरिक इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और अपना इलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट में करवा सकते हैं

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की विशेषताएं-

इस योजना के अंतर्गत स्लम क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों को इलाज दिया जा रहा है. इसके तहत एक मोबाइल मेडिकल यूनिट का गठन किया गया है जो बस्तियों में घूमकर इलाज करती है और अस्पताल के रूप में जानी जाती है. अक्सर पैसा ना होने के कारण गरीब तबके के लोग अस्पताल की सुविधाओं से दूर रहते हैं और बीमार व्यक्ति को अस्पताल की सुविधा उपलब्ध नहीं करवा पाते हैं. इसी समस्या का हल ढूंढने के लिए राज्य सरकार ने गली मोहल्ले में ही डॉक्टरों की मोबाइल मेडिकल यूनिट को आवंटित किया है जो अस्पताल का काम करती है. इन स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक बनाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है. मेडिकल यूनिट किसी अस्पताल की तरह ही काम करती है. इसमें डॉक्टर, दवाइयां, लैब जांच आदि की व्यवस्था की गई है. मोबाइल मेडिकल यूनिट होने के कारण लोगों को दूर नहीं जाना पड़ता है, जिसके कारण उन्हें सुविधाएं तुरंत उपलब्ध हो जाती हैं. पोर्टेबल मशीन,ओपीडी, आवश्यक दवाओं का वितरण आदि होने से मरीजों को लाभ मिल रहा है. यहां महिलाओं का इलाज गोपनीय तरीके से हो पाए इस बात पर भी ध्यान दिया गया है. इस योजना के तहत टीवी, थायराइड, मलेरिया, टाइफाइड, मल-मूत्र आदि से संबंधित टेस्ट कुशल टेक्निशियंस द्वारा आधुनिक मशीनों की मदद से किया जाता है. बस्तियों में चलने वाली मोबाइल मेडिकल यूनिट में ब्लड प्रेशर, शूगर, ईसीजी, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की व्यवस्था की गई है. नगरीय प्रशासन विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी जिला कलेक्टर और मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम ने एक बेहतरीन साझेदारी दिखाई है. स्थानीय भाषा में प्रचार-प्रसार होने से लोग इसके बारे में अच्छे से समझ पाए हैं. इस योजना की मॉनिटरिंग नगरीय प्रशासन मंत्री द्वारा समय-समय पर की जाती है….

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