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IRCTC: नए रंग-रूप के साथ चलेगी देश की पहली लक्जरी ट्रेन, रेस्त्रां कार और विस्ताडोम कोच जैसी सुविधाओं से है लैस… जानिये खासियत

नयी दिल्ली 5 जून 2022। मुंबई और पुणे के बीच चलने वाली ऐतिहासिक ट्रेन डेक्कन क्वीन ने अपने सफर के 92 साल पूरे कर लिए हैं इस मौके पर रेलवे की ओर से ट्रेन को पूरे नए रंग- रूप में उतारा गया है। इसमें  रेस्त्रां कार और विस्ताडोम कोच जैसी सुविधाओं को जोड़ा गया है। जानिए क्या-क्या किए गए हैं अहम बदलाव..

नए LHB कोच जोड़े गए: रेलवे की ओर से पुराने सभी डिब्बों को हटाकर नए एलएचबी कोचों को जोड़ दिया गया है। इससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को पहले के मुकाबले अधिक आरामदायक हो जाएगा।

रेस्त्रां कार: रेलवे ने बताया कि मुंबई और पुणे के बीच चलने वाली डेक्कन क्वीन देश की पहली ऐसी ट्रेन होने वाली है, जिसमें यात्रियों को रेस्त्रां कार की सुविधा मिलेगी। इससे पहले किसी भी ट्रेन में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।

विस्ताडोम कोच: डेक्कन क्वीन में सफर करने वाले यात्री अब मुम्बई- पुणे के बीच यात्रा में पड़ने वाले पहाड़ों और झरनों का आसानी से आनंद उठा पाएगे। इसके लिए ट्रेन में एक विस्ताडोम कोच भी जोड़ा गया है।

देश की पहली लक्जरी ट्रेन: डेक्कन क्वीन को देश की पहली लक्जरी ट्रेन है। इसकी शुरुआत आजादी से पहले 1 जून 1930 को ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे (GIRP) की ओर से की गई थी। उस समय डेक्कन क्वीन को सात डिब्बों के साथ शुरू किया गया था। उस समय इस ट्रेन के डिब्बों के फ्रेम इंग्लैंड से मंगाए गए थे जबकि डिब्बों का निर्माण मुंबई स्थित मांटुगा कारखाने में किया गया था।

22 जून से होगी शुरू: रेलवे की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन को 22 जून को फिर से शुरू किया जाएगा। डेक्कन क्वीन के नए डिब्बों का निर्माण चेन्नई इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्माण किया गया है। सभी नए डिब्बों को चेन्नई से मुंबई पहुंचा दिया गया है और बुधवार (1-जून-2022) को रेलवे अधिकारी अनिल कुमार लाहोटी ने इन नए एलएचबी कोचों का निरक्षण किया।

17 डिब्बों के साथ चलती है ट्रेन: मौजूदा समय में देश की पहली लक्जरी ट्रेन डेक्कन क्वीन 17 डिब्बों के चलती है, हलांकि 22 जून को कितने डिब्बों के साथ इसे उतारा जाएगा इसके बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है।

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