शिक्षक बनने अब TET नहीं CTET पास करना जरूरी… शिक्षा संचालक ने जारी किया पत्र, TET बंद…शिक्षक भर्ती के लिए इस राज्य में शुरू हुआ नया प्रयोग, पत्र पढ़िये
पटना 14 जून 2022। शिक्षक भर्ती में बिहार में अब एक अनूठा प्रयोग होने वाला है। बिहार में अब शिक्षक भर्ती के लिए CTET पास करना होगा। राज्य सरकार ने STET लेनी बंद कर दी है। शिक्षा विभाग की तरफ से इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया गया है, कि अब सीटीईटी के जरिये ही नये अभ्यर्थी अपनी शिक्षक की योग्यता हासिल करेंगे। दरअसल केंद्र सरकार की तरफ से हर साल केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा CTET आयोजित होती है। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा TET को अलग से कराने की सरकार जरूरत महसूस नहीं कर रही है। शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश ने BSEB सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि बिहार सरकार अब शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं लेगी।
खुद रवि प्रकाश ने इस पत्र को ट्वीट किया है। साफ संकेत है कि अब बिहार सरकार ने फैसला कर लिया है कि अब टीईटी परीक्षा आयोजित नहीं होगी। दरअसल टीईटी को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। हाईकोर्ट ने टीईटी के लिए जिम्मेदार सस्था बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इसके बाद बीएसईबी ने शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा था। इसी तारत्मय में राज्य सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग ने BSEB को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट की है। पत्र में कहा गया है कि बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय प्रारंभिक विद्यालय सेवा में किये गये प्रावधानों के तहत शिक्षक नियुक्ति के लिए निर्धारित अहर्ता में केंद्र या बिहार सरकार द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है।
केंद्र सरकार हर साल सीटीईटी परीक्षा आयोजित करती है, ऐसे में राज्य सरकार की ओर से टीईटी आयोजित करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। भविष्य में विभाग आवश्यकता आधारित शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने पर विचार करेगा।