रायपुर 25 जुलाई 2023। चुनावी साल में राजनीतिक दल विरोध प्रदर्शन के जरिये शक्ति प्रदर्शन करने के साथ ही एक दूसरे को घेरने में जुट गयी हैं। कुछ ऐसा ही नजारा राजधानी रायपुर में देखने को मिला, यहां पूर्व मंत्री राजेश मूणत की अगुवाई में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता कलेक्टोरेट का घेराव करने पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व मंत्री का ड्यूटी पर तैनात एएसपी से तीखी नोक झोंक हो गयी, और मूणत ने एएसपी को चेताते हुए ये कह दिया कि घूरकर मत देखना मुझे, जनप्रतिनिधि हूं और जरूरत पड़ी तो जनता के लिए जान भी दे दूंगा। बस फिर क्या था…मूणत के इस तेवर के बाद कार्यकर्ता भी जोश में आ गये और मौके पर जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
दरअसल आज मंगलवार को भाजपा नेता शहर में बढ़ती नशाखोरी सहित क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरे। एकात्म परिसर से हजारों की संख्या में लोग रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यायल का घेराव करने पहुंचे थे। बीजेपी के इस प्रदर्शन को लेकर मौके पर पहले से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। रैली जैसे ही कलेक्टोरेट की तरफ आगे बडी, तब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों का रास्ता रोका गया, तो भाजपा के नेता पुलिस से ही भिड़ गए। सूबे की कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी पुलिस से झूमाझटकी करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान समर्थकों के साथ पूर्व मंत्री राजेश मूणत कलेक्टर परिसर पहुंचे। पुलिस ने उन्हे भी भीतर जाने से रोकने का प्रयास किया गया। इस दौरान मूणत ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधकारियों से कलेक्टर को बाहर बुला लेने की बात कही, उन्होने बाहर ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात कही, लेकिन अफसर इस बात पर राजी नहीं हुए।
इससे नाराज पूर्व मंत्री मूणत ने दूसरे गेट से अंदर प्रवेश करने की बात कहते हुए प्रदर्शनकारियों को आगेे बढ़ने का कहा गया। जब समर्थक आगे बढ़ने लगे, इसके बाद राजेश मूणत और ड्यूटी पर तैनात एडिशनल एसपी पितांबर सिंह पटेल के बीच नोकझोंक हो गयी। हालांकि इस दौरान एडिशनल एसपी पटेल चुप रहे, लेकिन नाराज मूणत ने कहा…हम जनप्रतिनिधि हैं, ज्ञापन देने आए थे। लेकिन पुलिस यहां गुंडागर्दी कर रही है। कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए। राजेश मूणत ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे शहर में अपराध बढ़ रहा है। जिसे रोकने में प्रशासन नाकाम है। थाने से अपराधियों को बदमाश छुड़ा ले जा रहे हैं और यह कुछ नहीं कर पा रहे। ऐसे प्रशासन को हम ज्ञापन देने योग्य नहीं समझते, हम ज्ञापन राज्यपाल के नाम कूरियर कर देंगे। पूर्व मंत्री मूणत के इस भाषण के दौरान एडिशनल एसपी पितांबर सिंह पटेल राजेश मूणत को देख रहे थे।
इसके जवाब में राजेश मूणत ने कह दिया कि मुझे घूरकर मत देखना पटेल साहब, जनप्रतिनिधि रहा हूं, चाहे जान चली जाए…. जनता के मुद्दे उठाता रहूंगा। जनता के लिए मर भी जाऊंगा, आप जिस तरह से मुझे देख रहे हैं, देख लीजिएगा, जो समझ आए… आप कर सकते हैं। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने मीडिया से चर्चा में बताया कि सूबे की कांग्रेस सरकार में माफिया राज बड़ा हैं। राजधानी रायपुर सहित दूसरे जिलों में भू-माफिया, खनन माफिया सहित अपराधियोंसे आम जनता परेशान हैं। पश्चिम विधानसभा में क्षेत्र की जनता मूलभूत सुविधाओं के साथ ही प्रधानमंत्री आवास, वृद्धा पेंशन,पट्टा जैसी शासन की योजनाओं के लिए तरस रही हैं। सरकार ने बिजली बिल हाफ का झूठा वादा किया, अपराध का बढ़ता ग्राफ, नशे का अवैध कारोबार से लोग हलाकान हैं। लेकिन शासन-प्रशासन को जनता की ये समस्यांए नजर नही आती।