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पाकिस्तान में ब्रह्मोस मिसाइल गिरने का मामला,…वायुसेना के तीन अधिकारियों को किया गया बर्खास्त….

नई दिल्ली 23 अगस्त 2022 : इस साल मार्च महीने में जब पाकिस्तान में गलती से भारत की ब्रह्मोस मिसाइल फायर कर दी गई थी, ये एक बड़ा विवाद बना था। पाकिस्तान ने इस मामले में जांच की मांग की थी। अब भारत ने कार्रवाई करते हुए एयरफोर्स के तीन अफसरों को बर्खास्त कर दिया है।

भारत की तरफ से 9 मार्च 2022 को गलती से एक मिसाइल फायर हो गई थी। ये मिसाइल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जाकर गिरी थी, वो ब्रह्मोस मिसाइल थी। उस घटना के मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी घटना की वजह जानने के लिए और इसकी जिम्मेदारी तय करने के लिए जांच टीम बनाई थी। जिसकी जांच में पाया गया है कि ये गलती तीन अधिकारियों की वजह से हुई थी। इन तीन अधिकारियों द्वारा मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) में लापरवाही के कारण ये घटना घटी थी। इस वजह से वायुसेना ने एक ग्रुप कैप्टन, एक विंग कमांडर और एक स्क्वाड्रन लीडर को बर्खास्त कर दिया है।

भारतीय वायु सेना (IAF) के अधिकारी ने बताया कि जिन अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त किया गया है उनमें एक ग्रुप कैप्टन, एक विंग कमांडर और एक स्क्वाड्रन लीडर शामिल हैं। केंद्र सरकार के इस आदेश को फौरन लागू भी कर दिया गया है। 23 अगस्त को संबंधित एयरफोर्स अधिकारियों को इस आदेश की जानकारी दे दी गई। “रक्षा मंत्रालय ने इस घटना को बेहद खेदजनक बताते हुए इसके लिए तकनीकी खराबी को दोषी ठहराया था। पाकिस्‍तान के अनुसार, यह मिसाइल पाकिस्‍तान के हवाई क्षेत्र में 100 किमी अंदर आया। उस समय यह 40 हजार फीट की ऊंचाई पर और ध्‍वनि की गति से तीन गुना रफ्तार हासिल किए गए था। चूंकि इसमें कोई वारहेड नहीं था, इसलिए इसमें कोई विस्‍फोट नहीं हुआ। यह जानकारी इंडियन एयरफोर्स की तरफ से दी गई है। पाकिस्तान के तात्कालिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने तब इस पर कहा था कि हम भारतीय मिसाइल के पाकिस्तान में गिरने के बाद जवाब दे सकते थे, लेकिन हमने संयम बरता।

ब्रह्मोस एक सुपसोनिक क्रूज़ मिसाइल है। इसे पनडुब्बी, जहाज़ या फिर लड़ाकू विमान से दागा जा सकता है। कम ऊंचाई पर उड़ने की वजह से ये रडार की पकड़ में नहीं आती। ब्रह्मोस की गिनती 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में होती है। ये मिसाइल 4300km प्रतिघंटा की रफ्तार से दुश्मन के ठिकाने को तबाह कर सकती है।

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