कर्मचारियों की हड़ताल पर विधानसभा में किसने क्या बोला ?…सत्र की दो बैठकों में दूसरी बार गूंजा कर्मचारियों का मुद्दा…पढ़िये क्या कुछ हुआ सदन में …
रायपुर 26 जुलाई 2022। मानसून सत्र में ये दूसरी बार मौका आया, जब कर्मचारियों के मुद्दे पर सदन गरम हुआ। विपक्ष दोनों बार इस मामले पर काम रोककर चर्चा चाह रहा था, लेकिन चर्चा अग्राह्य कर दिया गया। इससे पहले सोमवार को विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में कर्मचारियों के प्रांत व्यापी हड़ताल को लेकर शून्यकाल में मामला उठाते हुए कहा कि प्रदेश के शासकीय कार्यालय पूरी तरह बंद है। सचिवालय, संचनालय, संभाग आयुक्त, कलेक्ट्रेड, कालेज, स्कूल, सभी शासकीय कार्यालय बंद है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में सरकारी अधिकारी, कर्मचारी पिछले दो दिनों से आने वाले पांच दिनों तक आंदोलन पर हैं…
यह शायद पूरे छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है, छत्तीसगढ़ में पूरा ताला लगा हुआ है। यह आपको बताना जरूरी है। जनता खाली हाथ लौट-लौटकर आ रहे हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि, सभी प्रकार के शासकीय कार्यालय में ताला लगा हुआ है। गांव से लोग शहर में आ रहे हैं, कलेक्टर कार्यालय में आ रहे हैं। ये काम करवाने के लिए घूम रहे हैं। परंतु उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। इस सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। हम आपसे चाहते हैं कि हमने इसके ऊपर स्थगन दिया हुआ है, आप इसके ऊपर में चर्चा करवाएं। आज यह स्थिति है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि हमने तो वादा नहीं किया था कि हम दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को रेगुलर करेंगे। हमने नहीं कहा था कि जितने शासकीय कर्मचारी हैं, उनकी वेतन विसंगति को दूर करेंगे। उनका जो D.A है वह बढ़ाया जाएगा, उनका मकान भत्ता बढ़ाया जाएगा ये वादा आपने किया था। आज यह सरकार एक भी वादे पूरे नहीं कर रही है और उसको लेकर पूरे प्रदेश में सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर है। हम चाहते हैं कि आप इसके ऊपर सदन में चर्चा करवाएं।