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NW स्पेशल: मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना-बच्चों के प्यारे भूपेश कका की इस योजना ने कुपोषण के कुचक्र से निकाला बाहर, पिछले एक साल में करीब डेढ़ लाख बच्चे लाभान्वित

रायपुर 30 अगस्त 2023 । छत्तीसगढ़ का ‘भविष्य’ सुरक्षित हाथों में है, क्योंकि प्रदेश की बागडोर बच्चों के दुलरवा कका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों में है. इनदिनों ऐसा भूपेश बघेल सरकार में बच्चों के लिए चलाई जा रही एक से बढ़कर एक योजनाओं की वजह से कहा जा रहा है. योजनाओं की फेहरिश्त में एक योजना मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना भी है. इस योजना का कमाल ही कहा जायेगा कि प्रदेश में कुपोषण दर में लगातार गिरावट देखने को मिली है. भूपेश बघेल सरकार की प्राथमिकता है कि योजनाओं का संचालन पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण तरीके से होना चाहिए, इस योजना में भी इसकी झलक साफ देखने को मिलती है.

गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण के चक्र से बाहर लाकर प्रदेश में कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना का संचालन किया जा रहा है. इसके तहत साल 22-23 में करीब 1 लाख 46 हजार बच्चों को लाभान्वित किया गया है. योजना के तहत गंभीर कुपोषित और संकटग्रस्त बच्चों को चिकित्सकीय परीक्षण की सुविधा, चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाएं और आवश्यकतानुसार बाल रोग विशेषज्ञों से परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. यह सुविधा प्रत्येक विकासखंड में माह में 2 दिवस संदर्भ दिवस के रूप में चिन्हांकित कर प्रदान की जाती है. चिकित्सकीय परीक्षण में बच्चों के संक्रमण की पहचान की जाती है. इसके अतिरिक्त योजना में निजी चिकित्सा परीक्षण संस्थान में अधिकतम 300 रूपये तक स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी दी जाती है

योजना के तहत ’एक हितग्राही को वर्ष भर में अधिकतम 500 रूपये तक की दवाएं और आवश्यकता होने पर चिकित्सा अधिकारी के परामर्श से इससे अधिक राशि की दवाएं भी उपलब्ध कराई जाती है. निजी शिशु रोग विशेषज्ञ की सेवा पर सम्मान स्वरूप 1000 रूपये का मानदेय और 500 रुपये तक यात्रा व्यय देने का प्रावधान भी है. इसके अतिरिक्त कुपोषित बच्चों के परिवहन के लिए भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राशि उपलब्ध कराई जाती है.

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना का उद्देश्य-

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य कुपोषण और अन्य संकट से पीड़ित बच्चों की स्वास्थ्य जांच निशुल्क उपलब्ध कराना है. ताकि राज्य के बच्चों को संकटग्रस्त होने से बचाया जा सके. साथ ही संकटग्रस्त बच्चों को चिकित्सकीय परीक्षण की सुविधा, चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाई और आवश्यकतानुसार बाल रोग विशेषज्ञों की परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है, जिससे बच्चों को सही समय पर संक्रमण से बचाया जा सके और संक्रमण की पहचान कर उसे खत्म करने के लिए जरूरी सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सके, ताकि राज्य का कोई भी नागरिक अपने बच्चे के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के अंतर्गत मुफ्त में जांच करा सके. इस योजना के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अब तक 10 लाख से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जा चुका है

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना की विशेषताएं-

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना एक स्वास्थ्य सेवा योजना है, जो छत्तीसगढ़ सरकार के महिला और बाल विकास विभाग द्वारा संचालित की जा रही है. इस योजना के माध्यम से गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण के चक्र से बाहर लाकर कुपोषण की दर में कमी की जाती है. मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रत्येक विकासखंड में माह 2 दिवस संदर्भ दिवस के रूप में चिन्हित किया जाता है. मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत बच्चों के संक्रमण की पहचान की जाती है. निजी चिकित्सा परीक्षण संस्थान में स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था अधिकतम 300 रुपए सीमा तक इस योजना के तहत की जा सकती है. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत एक हितग्राही को वर्ष भर में अधिकतम 500 रुपए तक की दवाई और आवश्यकता होने पर चिकित्सा अधिकारी के परामर्श से अधिक राशि की दवाई भी उपलब्ध कराई जाती थी. इस योजना के अंतर्गत निजी शिशु रोग विशेषज्ञ की सेवा पर सम्मान स्वरूप 1000 रुपए और 500 रुपए तक का यात्रा खर्च का प्रावधान किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर कुपोषित बच्चों के परिवहन के लिए भी मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राशि उपलब्ध कराई गई है

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के लिए पात्रता और दस्तावेज-

मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना का लाभ केवल छत्तीसगढ़ के मूल निवासी को ही प्रदान किया जाता है. इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए माता-पिता को अपने बच्चे की पूरी जानकारी जांच स्थल पर प्रदान करनी होती है. बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र भी प्रदान करना होता है. माता पिता को अपने बच्चे की आयु की जानकारी इस योजना के तहत देनी होती है. इसके अलावा माता-पिता को अपना पहचान पत्र भी देना होता है. छत्तीसगढ़ के प्रत्येक विकासखंड में मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के अंतर्गत लाभ लेने के लिए दो दिवसीय संदर्भ दिवस के आयोजन में शामिल होना भी जरूरी है. लाभार्थी को इसमें एक जांच पर्ची बनवानी पड़ती है

योजना के अंतर्गत आवेदन-

अगर आप मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत लाभ प्राप्त करने हेतु आवेदन करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इस योजना के तहत आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि लाभार्थी बच्चों की पहचान सरकार द्वारा स्वयं ही की जाती है. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना के तहत अभी कोई अधिकारिक वेबसाइट या कॉल सेंटर नंबर के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है. मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना की अधिक जानकारी के लिए आप छत्तीसगढ़ सरकार की महिला बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं….

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