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इस खिलाड़ी ने ऐसा क्यों कहा…लगा कि मैं मरने वाली हूं, दरवाज़ा खुला छोड़ दिया ताकि मर गई तो किसी को तोड़ना न पड़े….

मुंबई 27 जून 2022 भारतीय महिला धावक हिमा दास ने कहा है कि उन्हें लगा था कि वह कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद मरने वाली हैं। उन्होंने कहा, “चौथे या पांचवें दिन…मैं सांस लेने के लिए हांफते हुए उठी…आधी रात को…सभी…खिड़कियां खोलीं और दरवाज़ा भी खोल दिया जिससे अगर मैं मर जाऊं तो किसी को अंदर आने के लिए दरवाज़ा न तोड़ना पड़े।
हिमा ने आगे कहा, ‘दूसरे दिन मेरा स्वाद, गंध और भूख कुछ घंटों के लिए चमत्कारिक रूप से वापस आ चुका था. यह जादू जैसा था. फिर अगले दिन चला गया और सामान्य स्थिति में लौटने में दो महीने लग गए. मैंने बहुत वजन कम किया था और मेरी मांसपेशियों की ताकत कम हो गई थी. जब मैंने अभ्यास फिर से शुरू किया तो मैं ठीक से नहीं चल पा रहा थी और मुझे सांस लेने में समस्या थी. मेरे फेफड़े पर ज्यादा प्रभाव पड़ा था. डॉक्टरों ने भी मुझसे कहा कि मैं ज्यादा मेहनत न करूं.’

हिमा दास ने हाल ही नेशल इंटर-स्टेट चैम्पियनशिप में 100 मीटर दौड़ में 10.43 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक पदक पर कब्जा किया था. हिमा दास की नजरें अब एशियन गेम्स के लिए क्वालिफाई करने पर होंगी.

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